मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में मेष लगà¥à¤¨ में दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में केतॠमीन राशि का होता है। मीन राशि जलसंजà¥à¤žà¤• à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤µà¤¿à¤¸à¥à¤µà¤à¤¾à¤µ राशि होती है। à¤à¤¸à¤¾ जातक जमीन-जायदाद का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, जातक का गृहसà¥à¤¥ जीवन सà¥à¤–ी होगा। जातक à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ व धनवान होगा। जातक सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से सà¥à¤– पाने वाला, शतà¥à¤°à¥à¤“ं पर विजय पाने वाला पराकà¥à¤°à¤®à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होगा। अनà¥à¤à¤µ - 'à¤à¥‹à¤œ संहिता' के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मीन राशिगत दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶à¤¸à¥à¤¥ केतॠजातक को नित- नूतन वसà¥à¤¤à¥ की जानकारी à¤à¤µà¤‚ बाहरी यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं हेतॠलालायित रखेगा। निशानी- à¤à¤¶à¥‹ आराम जदà¥à¤¦à¥€ विरासत पांव में à¤à¤¡à¤¼à¥€ के पास शहद जैसे रंग का तिल का दाग होगा। दशा- -केतॠकी दशा में जातक तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ करेगा। परोपकार के कारà¥à¤¯ करेगा। दशा शà¥à¤ रहेगी, परनà¥à¤¤à¥ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सटीक फलादेश में सहायक होगी। विशेष-सतà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤•à¤®à¥ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ शà¥à¤²à¥‹à¤• के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° केतॠबारहवें जातक को अपनी दशा में धनवान बनाता है। केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध 1. केतॠ+ सूरà¥à¤¯ केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ जातक को विदà¥à¤¯à¤¾ में, संतान में, खासकर पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤– में बाधा पहà¥à¤‚चाà¤à¤—ा। 2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°-केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ जातक को माता के सà¥à¤– से वंचित करेगा। 3. केतॠ+ मंगल-केतॠके साथ मंगल कà¥à¤‚डली को 'डबल मंगलीक' कर देगा। जातक के विवाह में विलमà¥à¤¬ होगा। 4. केतà¥+बà¥à¤§-केतॠके साथ बà¥à¤§ 'पराकà¥à¤°à¤®à¤à¤‚ग योग' बनाà¤à¤—ा। जातक धनवान à¤à¤µà¤‚ समाज का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होगा पर मानà¤à¤‚ग का à¤à¤¯ बना रहेगा। 5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ - केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ 'विपरीत राजयोग' बनाà¤à¤—ा। जातक धनवान à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा। 6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° जातक को फिजूलखरà¥à¤šà¥€ बनाà¤à¤—ा। जातक परोपकारी व दानी होगा। 7. केतॠ+ शनि केतॠके साथ शनि 'वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤à¤‚ग योग' बनाता है। जातक का जमा-जमाया वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° à¤à¤• बार उखड़ेगा उपाय- 1. केतॠकवच का नितà¥à¤¯ पाठकरें। 2. 12 दिन तक निरनà¥à¤¤à¥ गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को शà¥à¤°à¥‚ करके 12 केले पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ धरà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ से à¤à¥‡à¤‚ट करने पर केतॠका अशà¥à¤à¤¤à¥à¤µ नषà¥à¤Ÿ होता है। 3. 12 दिन तक निरनà¥à¤¤à¤° 12 बार पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ दूध व शहद में अंगूठा à¤à¤¿à¤—ोकर चूसने से केतॠअनà¥à¤•à¥‚ल होता है à¤à¤¸à¤¾ लाल किताब वाले कहते हैं। 4. केतॠके तांतà¥à¤°à¤¿à¤• मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का जाप करें। और जानने के लिà¤.......
मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में
मेष लगà¥à¤¨ में दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में केतॠमीन राशि का होता है। मीन राशि जलसंजà¥à¤žà¤• à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤µà¤¿à¤¸à¥à¤µà¤à¤¾à¤µ राशि होती है। à¤à¤¸à¤¾ जातक जमीन-जायदाद का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, जातक का गृहसà¥à¤¥ जीवन सà¥à¤–ी होगा। जातक à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ व धनवान होगा। जातक सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से सà¥à¤– पाने वाला, शतà¥à¤°à¥à¤“ं पर विजय पाने वाला पराकà¥à¤°à¤®à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होगा।
अनà¥à¤à¤µ - 'à¤à¥‹à¤œ संहिता' के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मीन राशिगत दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶à¤¸à¥à¤¥ केतॠजातक को नित- नूतन वसà¥à¤¤à¥ की जानकारी à¤à¤µà¤‚ बाहरी यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं हेतॠलालायित रखेगा।
निशानी- à¤à¤¶à¥‹ आराम जदà¥à¤¦à¥€ विरासत पांव में à¤à¤¡à¤¼à¥€ के पास शहद जैसे रंग का तिल का दाग होगा।
दशा- -केतॠकी दशा में जातक तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ करेगा। परोपकार के कारà¥à¤¯ करेगा। दशा शà¥à¤ रहेगी, परनà¥à¤¤à¥ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सटीक फलादेश में सहायक होगी। विशेष-सतà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤•à¤®à¥ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ शà¥à¤²à¥‹à¤• के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° केतॠबारहवें जातक को अपनी दशा में धनवान बनाता है।
केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध
1. केतॠ+ सूरà¥à¤¯ केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ जातक को विदà¥à¤¯à¤¾ में, संतान में, खासकर पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤– में बाधा पहà¥à¤‚चाà¤à¤—ा।
2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°-केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ जातक को माता के सà¥à¤– से वंचित करेगा।
3. केतॠ+ मंगल-केतॠके साथ मंगल कà¥à¤‚डली को 'डबल मंगलीक' कर देगा। जातक के विवाह में विलमà¥à¤¬ होगा।
4. केतà¥+बà¥à¤§-केतॠके साथ बà¥à¤§ 'पराकà¥à¤°à¤®à¤à¤‚ग योग' बनाà¤à¤—ा। जातक धनवान à¤à¤µà¤‚ समाज का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होगा पर मानà¤à¤‚ग का à¤à¤¯ बना रहेगा।
5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ - केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ 'विपरीत राजयोग' बनाà¤à¤—ा। जातक धनवान à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा।
6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° जातक को फिजूलखरà¥à¤šà¥€ बनाà¤à¤—ा। जातक परोपकारी व दानी होगा।
7. केतॠ+ शनि केतॠके साथ शनि 'वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤à¤‚ग योग' बनाता है। जातक का जमा-जमाया वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° à¤à¤• बार उखड़ेगा
उपाय-
1. केतॠकवच का नितà¥à¤¯ पाठकरें।
2. 12 दिन तक निरनà¥à¤¤à¥ गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को शà¥à¤°à¥‚ करके 12 केले पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ धरà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ से à¤à¥‡à¤‚ट करने पर केतॠका अशà¥à¤à¤¤à¥à¤µ नषà¥à¤Ÿ होता है।
3. 12 दिन तक निरनà¥à¤¤à¤° 12 बार पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ दूध व शहद में अंगूठा à¤à¤¿à¤—ोकर चूसने से केतॠअनà¥à¤•à¥‚ल होता है à¤à¤¸à¤¾ लाल किताब वाले कहते हैं।
4. केतॠके तांतà¥à¤°à¤¿à¤• मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का जाप करें।
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