वृष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ तृतीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में राहॠऔर केतॠदोनों छायागà¥à¤°à¤¹ हैं, पापगà¥à¤°à¤¹ हैं, अंधेरे के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं और सूरà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥à¤° के शतà¥à¤°à¥ हैं। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है, सरà¥à¤ª का मà¥à¤– है अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ डरावना व घातक है जबकि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ है, सरà¥à¤ª की पूछ अतः . जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घातक नहीं है अपितॠकेतॠके à¤à¤• हाथ में धà¥à¤µà¤œà¤¾ है, जो कीरà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। इस सूकà¥à¤·à¥à¤® अनà¥à¤¤à¤° को हमें समà¤à¤¨à¤¾ होगा तà¤à¥€ फलादेश में सूकà¥à¤·à¥à¤®à¤¤à¤¾ आà¤à¤—ी। राहॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होता है। उसका नाश करता है जबकि केतॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होगा उसके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जातक की महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ (à¤à¥‚ख) बढ़ा देता है। वृष लगà¥à¤¨ में केतॠलगà¥à¤¨à¥‡à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤° से शतà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤µ रखता है। यहां केतॠतृतीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में करà¥à¤• राशि का है। करà¥à¤• राशि में केतॠकी शतà¥à¤°à¥ राशि है। यहां केतॠजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उदà¥à¤µà¤¿à¤—à¥à¤¨ रहेगा। जातक à¤à¤¾à¤ˆ-बहन परिजनों से पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤à¤¾à¤µ सà¥à¤¨à¥‡à¤¹-संबंध पà¥à¤°à¤—ाढ़ बनाने हेतॠलालायित रहेगा। निशानी- à¤à¤¸à¤¾ जातक नेकी को याद रखता है, बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को à¤à¥‚ल जाता है। दशा- केतॠकी दशा अंतरà¥à¤¦à¤¶à¤¾ में कीरà¥à¤¤à¤¿ की वृदà¥à¤§à¤¿ होगी। केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध 1. केतॠसूरà¥à¤¯- जातक सà¥à¤–ी होगा. पराकà¥à¤°à¤®à¥€ होगा। 2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°-मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ से यारी पूरी निà¤à¤¾à¤à¤—ा। 3. केतà¥+मंगल- खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का होगा। पतà¥à¤¨à¥€ (अनà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚) पर रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ खरà¥à¤š करेगा। 4. केतà¥. बà¥à¤§-मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ व परिजनों के षडà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° का शिकार होगा। 5. केतॠबृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ - वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°-वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से लाठकमाने वाला होगा। 6. केतà¥-शà¥à¤•à¥à¤°- पराकà¥à¤°à¤®à¥€ होगा। रोगी à¤à¥€ होगा। 7. केतà¥-शनि मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के सहयोग से à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ होगा। जनसमà¥à¤ªà¤°à¥à¤• अचà¥à¤›à¤¾ रहेगा। नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के चरण फल समà¤à¤¨à¥‡ के लिठclick करे..........
वृष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ तृतीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में
राहॠऔर केतॠदोनों छायागà¥à¤°à¤¹ हैं, पापगà¥à¤°à¤¹ हैं, अंधेरे के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं और सूरà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥à¤° के शतà¥à¤°à¥ हैं। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है, सरà¥à¤ª का मà¥à¤– है अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ डरावना व घातक है जबकि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ है, सरà¥à¤ª की पूछ अतः . जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घातक नहीं है अपितॠकेतॠके à¤à¤• हाथ में धà¥à¤µà¤œà¤¾ है, जो कीरà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। इस सूकà¥à¤·à¥à¤® अनà¥à¤¤à¤° को हमें समà¤à¤¨à¤¾ होगा तà¤à¥€ फलादेश में सूकà¥à¤·à¥à¤®à¤¤à¤¾ आà¤à¤—ी। राहॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होता है। उसका नाश करता है जबकि केतॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होगा उसके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जातक की महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ (à¤à¥‚ख) बढ़ा देता है।
वृष लगà¥à¤¨ में केतॠलगà¥à¤¨à¥‡à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤° से शतà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤µ रखता है। यहां केतॠतृतीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में करà¥à¤• राशि का है। करà¥à¤• राशि में केतॠकी शतà¥à¤°à¥ राशि है। यहां केतॠजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उदà¥à¤µà¤¿à¤—à¥à¤¨ रहेगा। जातक à¤à¤¾à¤ˆ-बहन परिजनों से पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤à¤¾à¤µ सà¥à¤¨à¥‡à¤¹-संबंध पà¥à¤°à¤—ाढ़ बनाने हेतॠलालायित रहेगा।
निशानी- à¤à¤¸à¤¾ जातक नेकी को याद रखता है, बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को à¤à¥‚ल जाता है।
दशा- केतॠकी दशा अंतरà¥à¤¦à¤¶à¤¾ में कीरà¥à¤¤à¤¿ की वृदà¥à¤§à¤¿ होगी।
केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध
1. केतॠसूरà¥à¤¯- जातक सà¥à¤–ी होगा. पराकà¥à¤°à¤®à¥€ होगा।
2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°-मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ से यारी पूरी निà¤à¤¾à¤à¤—ा।
3. केतà¥+मंगल- खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का होगा। पतà¥à¤¨à¥€ (अनà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚) पर रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ खरà¥à¤š करेगा।
4. केतà¥. बà¥à¤§-मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ व परिजनों के षडà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° का शिकार होगा।
5. केतॠबृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ - वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°-वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से लाठकमाने वाला होगा।
6. केतà¥-शà¥à¤•à¥à¤°- पराकà¥à¤°à¤®à¥€ होगा। रोगी à¤à¥€ होगा।
7. केतà¥-शनि मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के सहयोग से à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ होगा। जनसमà¥à¤ªà¤°à¥à¤• अचà¥à¤›à¤¾ रहेगा।
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