वृष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पंचम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में राहॠऔर केतॠदोनों छायागà¥à¤°à¤¹ हैं, पापगà¥à¤°à¤¹ हैं, अंधेरे के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं और सूरà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥à¤° के शतà¥à¤°à¥ हैं। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है, सरà¥à¤ª का मà¥à¤– है अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ डरावना व घातक है जबकि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ है, सरà¥à¤ª की पूछ है, अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घातक नहीं है। अपितॠकेतॠके à¤à¤• हाथ में धà¥à¤µà¤œà¤¾ है, जो कीरà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। इस सूकà¥à¤·à¥à¤® अनà¥à¤¤à¤° को हमें समà¤à¤¨à¤¾ होगा तà¤à¥€ फलादेश में सूकà¥à¤·à¥à¤®à¤¤à¤¾ आà¤à¤—ी। राहॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होता है। उसका नाश करता है जबकि केतॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होगा उसके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जातक की महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ (à¤à¥‚ख बढ़ा देती है। वृष लगà¥à¤¨ में केतॠलगà¥à¤¨à¥‡à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤° से शतà¥à¤°à¥ à¤à¤¾à¤µ रखता है। केतॠयहां पंचम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में कनà¥à¤¯à¤¾ राशि का होगा। कनà¥à¤¯à¤¾ केतॠकी मूल तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ राशि है। जहां केतॠहरà¥à¤·à¤¿à¤¤ रहेगा। जातक विदà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠसचेषà¥à¤Ÿ रहेगा। जातक सही अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पिपास होगा। निशानी- जातक पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ होगा। अधिक सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ वाला होगा। जातक खà¥à¤¦ अकेला à¤à¤¾à¤ˆ न होगा। मामा à¤à¥€ जातक के दो तीन होंगे। दशा-केतॠकी दशा शà¥à¤ फल देगी। केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध 1. केतॠसूरà¥à¤¯- जातक के à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° होगा à¤à¤µà¤‚ कनà¥à¤¯à¤¾ सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ à¤à¥€ होगी। सूरà¥à¤¯ की उपासना जातक के लिठफलवती होगी। 2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°- पà¥à¤°à¤¥à¤® कनà¥à¤¯à¤¾ होगी। कनà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के बाद जातक का à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ होगा। 3. केतॠ+ मंगल- जातक को कनà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° दोनों की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होगी। गरà¥à¤à¤ªà¤¾à¤¤ à¤à¥€ होगा। 4. केतॠ+ बà¥à¤§ जातक महाधनी होगा। कनà¥à¤¯à¤¾ सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ अधिक होगी, अथवा पà¥à¤°à¤¥à¤® कनà¥à¤¯à¤¾ होगी। 5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿- जातक वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°-वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से पà¥à¤°à¤šà¥à¤° धन कमाà¤à¤—ा। 6. केतà¥-शà¥à¤•à¥à¤°- जातक परिशà¥à¤°à¤®à¥€ होगा à¤à¤µà¤‚ अपने पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ से आगे बढ़ेगा। 7. केतà¥-शनि- जातक महाधनी व à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ बतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤µà¥‡à¤‚ वरà¥à¤· में चमकेगा। नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के चरण फल समà¤à¤¨à¥‡ के लिठकà¥à¤²à¤¿à¤• करे.........
वृष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पंचम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में
राहॠऔर केतॠदोनों छायागà¥à¤°à¤¹ हैं, पापगà¥à¤°à¤¹ हैं, अंधेरे के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं और सूरà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥à¤° के शतà¥à¤°à¥ हैं। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है, सरà¥à¤ª का मà¥à¤– है अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ डरावना व घातक है जबकि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ है, सरà¥à¤ª की पूछ है, अतः जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घातक नहीं है। अपितॠकेतॠके à¤à¤• हाथ में धà¥à¤µà¤œà¤¾ है, जो कीरà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। इस सूकà¥à¤·à¥à¤® अनà¥à¤¤à¤° को हमें समà¤à¤¨à¤¾ होगा तà¤à¥€ फलादेश में सूकà¥à¤·à¥à¤®à¤¤à¤¾ आà¤à¤—ी।
राहॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होता है। उसका नाश करता है जबकि केतॠजिस घर (à¤à¤¾à¤µ) में होगा उसके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जातक की महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ (à¤à¥‚ख बढ़ा देती है। वृष लगà¥à¤¨ में केतॠलगà¥à¤¨à¥‡à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤° से शतà¥à¤°à¥ à¤à¤¾à¤µ रखता है। केतॠयहां पंचम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में कनà¥à¤¯à¤¾ राशि का होगा। कनà¥à¤¯à¤¾ केतॠकी मूल तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ राशि है। जहां केतॠहरà¥à¤·à¤¿à¤¤ रहेगा। जातक विदà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠसचेषà¥à¤Ÿ रहेगा। जातक सही अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पिपास होगा।
निशानी- जातक पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ होगा। अधिक सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ वाला होगा। जातक खà¥à¤¦ अकेला à¤à¤¾à¤ˆ न होगा। मामा à¤à¥€ जातक के दो तीन होंगे। दशा-केतॠकी दशा शà¥à¤ फल देगी।
केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध
1. केतॠसूरà¥à¤¯- जातक के à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° होगा à¤à¤µà¤‚ कनà¥à¤¯à¤¾ सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ à¤à¥€ होगी। सूरà¥à¤¯ की उपासना जातक के लिठफलवती होगी।
2. केतॠ+ चनà¥à¤¦à¥à¤°- पà¥à¤°à¤¥à¤® कनà¥à¤¯à¤¾ होगी। कनà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के बाद जातक का à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ होगा।
3. केतॠ+ मंगल- जातक को कनà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° दोनों की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होगी। गरà¥à¤à¤ªà¤¾à¤¤ à¤à¥€ होगा।
4. केतॠ+ बà¥à¤§ जातक महाधनी होगा। कनà¥à¤¯à¤¾ सनà¥à¤¤à¤¤à¤¿ अधिक होगी, अथवा पà¥à¤°à¤¥à¤® कनà¥à¤¯à¤¾ होगी।
5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿- जातक वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°-वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से पà¥à¤°à¤šà¥à¤° धन कमाà¤à¤—ा।
6. केतà¥-शà¥à¤•à¥à¤°- जातक परिशà¥à¤°à¤®à¥€ होगा à¤à¤µà¤‚ अपने पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ से आगे बढ़ेगा।
7. केतà¥-शनि- जातक महाधनी व à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ बतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤µà¥‡à¤‚ वरà¥à¤· में चमकेगा।
नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के चरण फल समà¤à¤¨à¥‡ के लिठकà¥à¤²à¤¿à¤• करे.........