मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दशम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में मेष लगà¥à¤¨ के दशम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में केतॠमकर राशि का होगा। मकर राशि पृथà¥à¤µà¥€ ततà¥à¤¤à¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ चरसंजà¥à¤žà¤• है। à¤à¤¸à¤¾ जातक नौकर-चाकर सेवकों से यà¥à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤–ी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होता है। जातक खेलों का शौकीन à¤à¤µà¤‚ दकà¥à¤· खिलाड़ी होगा। जातक के à¤à¤¾à¤ˆ-बनà¥à¤§à¥ इसकी दौलत को बरबाद करेंगे फिर à¤à¥€ जातक उनको माफ करता रहेगा। उनकी मदद करता रहेगा। जातक चाल-चलन का नेक à¤à¤µà¤‚ साफ दिल होगा। अनà¥à¤à¤µ-'à¤à¥‹à¤œ संहिता' के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मकर राशिगत दशमसà¥à¤¥ केतॠजातक को राजà¥à¤¯ (सरकार) में पद पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠलालायित बनाठरखता है। अथवा सरकार से ठेका, वजीफा, समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠजीवन à¤à¤° पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¤¶à¥€à¤² रहेगा। निशान - चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª अपने रासà¥à¤¤à¥‡ पर चलने वाला मौकाबाज। à¤à¤¸à¥‡ जातक के घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ पर शहद जैसे रंग का तिल या दाग होता है। दशा- केतॠकी दशा शà¥à¤ रहेगी। केतॠयहां शनि तà¥à¤²à¥à¤¯ फल देगा अतः शनि की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने के बाद ही केतॠकी दशा का सही फलादेश हो पाà¤à¤—ा। केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध 1. केतॠ+ सूरà¥à¤¯ केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ जातक को राजसà¥à¤– देगा। उतà¥à¤¤à¤® विदà¥à¤¯à¤¾ देगा। 2. केतॠचनà¥à¤¦à¥à¤°-केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ माता की समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ दिलाà¤à¤—ा। वाहन का सà¥à¤– दिलाà¤à¤—ा। 3. केतॠ+ मंगल-केतॠके साथ उचà¥à¤š का मंगल 'रà¥à¤šà¤• योग' की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ करेगा।। जातक राजा तà¥à¤²à¥à¤¯ पराकà¥à¤°à¤®à¥€ व à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा। 4. केतॠ+ बà¥à¤§-केतॠके साथ बà¥à¤§ जातक को बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ परिवार का शà¥à¤ चिनà¥à¤¤à¤• बनाà¤à¤—ा। 5. केतà¥+बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿-केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ का होगा à¤à¤¸à¤¾ जातक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• राह का पथिक à¤à¤µà¤‚ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œ होगा। 6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° जातक को उतà¥à¤¤à¤® वाहन सà¥à¤– देगा। नौकरी विवाह के बाद लगेगी। 7. केतà¥-शनि-केतॠके साथ शनि 'शश योग' बनाà¤à¤—ा। à¤à¤¸à¤¾ जातक माता के समान पराकà¥à¤°à¤®à¥€, à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित होगा। उपाय- 1. चितकबरे कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ को सात दिन तक दूध-रोटी खिलावें । 2. चितकबरी गाय को चारा खिलावें। इससे अचानक आई विपतà¥à¤¤à¤¿ दूर होगी। 3. राजयोग की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ अà¤à¥€à¤·à¥à¤Ÿ हो तो शनिवार के दिन अà¤à¤¿à¤®à¤‚तà¥à¤°à¤¿à¤¤ जल से औषध सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करें। और जानने के लिà¤.......
मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दशम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में
मेष लगà¥à¤¨ के दशम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में केतॠमकर राशि का होगा। मकर राशि पृथà¥à¤µà¥€ ततà¥à¤¤à¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ चरसंजà¥à¤žà¤• है। à¤à¤¸à¤¾ जातक नौकर-चाकर सेवकों से यà¥à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤–ी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होता है। जातक खेलों का शौकीन à¤à¤µà¤‚ दकà¥à¤· खिलाड़ी होगा। जातक के à¤à¤¾à¤ˆ-बनà¥à¤§à¥ इसकी दौलत को बरबाद करेंगे फिर à¤à¥€ जातक उनको माफ करता रहेगा। उनकी मदद करता रहेगा। जातक चाल-चलन का नेक à¤à¤µà¤‚ साफ दिल होगा।
अनà¥à¤à¤µ-'à¤à¥‹à¤œ संहिता' के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मकर राशिगत दशमसà¥à¤¥ केतॠजातक को राजà¥à¤¯ (सरकार) में पद पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠलालायित बनाठरखता है। अथवा सरकार से ठेका, वजीफा, समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠजीवन à¤à¤° पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¤¶à¥€à¤² रहेगा।
निशान - चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª अपने रासà¥à¤¤à¥‡ पर चलने वाला मौकाबाज। à¤à¤¸à¥‡ जातक के घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ पर शहद जैसे रंग का तिल या दाग होता है।
दशा- केतॠकी दशा शà¥à¤ रहेगी। केतॠयहां शनि तà¥à¤²à¥à¤¯ फल देगा अतः शनि की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने के बाद ही केतॠकी दशा का सही फलादेश हो पाà¤à¤—ा।
केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध
1. केतॠ+ सूरà¥à¤¯ केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ जातक को राजसà¥à¤– देगा। उतà¥à¤¤à¤® विदà¥à¤¯à¤¾ देगा।
2. केतॠचनà¥à¤¦à¥à¤°-केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ माता की समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ दिलाà¤à¤—ा। वाहन का सà¥à¤– दिलाà¤à¤—ा।
3. केतॠ+ मंगल-केतॠके साथ उचà¥à¤š का मंगल 'रà¥à¤šà¤• योग' की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ करेगा।। जातक राजा तà¥à¤²à¥à¤¯ पराकà¥à¤°à¤®à¥€ व à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होगा।
4. केतॠ+ बà¥à¤§-केतॠके साथ बà¥à¤§ जातक को बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ परिवार का शà¥à¤ चिनà¥à¤¤à¤• बनाà¤à¤—ा।
5. केतà¥+बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿-केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ का होगा à¤à¤¸à¤¾ जातक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• राह का पथिक à¤à¤µà¤‚ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œ होगा।
6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° जातक को उतà¥à¤¤à¤® वाहन सà¥à¤– देगा। नौकरी विवाह के बाद लगेगी।
7. केतà¥-शनि-केतॠके साथ शनि 'शश योग' बनाà¤à¤—ा। à¤à¤¸à¤¾ जातक माता के समान पराकà¥à¤°à¤®à¥€, à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित होगा।
उपाय- 1. चितकबरे कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ को सात दिन तक दूध-रोटी खिलावें ।
2. चितकबरी गाय को चारा खिलावें। इससे अचानक आई विपतà¥à¤¤à¤¿ दूर होगी।
3. राजयोग की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ अà¤à¥€à¤·à¥à¤Ÿ हो तो शनिवार के दिन अà¤à¤¿à¤®à¤‚तà¥à¤°à¤¿à¤¤ जल से औषध सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करें।
और जानने के लिà¤.......