à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के लिठयह à¤à¤• सातà¥à¤µà¤¿à¤• साधना है। परनà¥à¤¤à¥ इसके वाममारà¥à¤—ी रूप à¤à¥€ हैं। यहां हम कहना चाहते हैं कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हेतॠकरà¥à¤£à¤ªà¤¿à¤¶à¤¾à¤šà¤¨à¥€ साधना à¤à¤µà¤‚ इन साधनाओं में उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ ही समान है। शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ समान नहीं हैं। विधि- यह साधना किसी à¤à¥€ शà¥à¤ तिथि से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करनी चाहिà¤à¥¤ वैसे हसà¥à¤¤, मारà¥à¤—शीरà¥à¤· à¤à¤µà¤‚ फालà¥à¤—à¥à¤¨ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤ हैं। इस मनà¥à¤¤à¥à¤° का सà¥à¤¬à¤¹, दोपहर, अरà¥à¤§à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿ में निरà¥à¤à¤¯ होकर जाप करें à¤à¤• पंचांगà¥à¤²à¥€ देवी को à¤à¤• पान का पतà¥à¤¤à¤¾, उसके ऊपर कपूर, कपूर के ऊपर बताशा à¤à¤µà¤‚ दो लौंग रखकर कपूर में आग लगायें à¤à¤µà¤‚ मां à¤à¤—वती को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। à¤à¤¸à¤¾ करने में पंचांगà¥à¤²à¥€ देवी पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर साधक को à¤à¥‚त, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ बताने की सिदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती हैं और साधक किसी के à¤à¥€ चेहरे को देख, à¤à¥‚त, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ बताने में समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¤à¤¾, सफलता हासिल कर लेता है। विधि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ की है। 108 दिन में सफलता मिलती है। धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मनà¥à¤¤à¥à¤° 'ॠपंचागà¥à¤²à¥€à¤‚ महादेवी शà¥à¤°à¥€ सीमनà¥à¤§à¤° शासने। अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ करसà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥Œ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ƒ शà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¤¶à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤à¥à¤ƒ ॥' 'ॠनमो पंचागà¥à¤‚ली परशरी परशरी माताय मंगल वशीकरणी लोहमय दणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤¨à¥€ चौंसठकाम विहडंनी रणमधà¥à¤¯à¥‡ राउलमधà¥à¤¯à¥‡ दीवानमधà¥à¤¯à¥‡ à¤à¥‚तमधà¥à¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ पिशाचमधà¥à¤¯à¥‡ à¤à¥‹à¤°à¤¿à¤‚गमधà¥à¤¯à¥‡ डाकिनीमधà¥à¤¯à¥‡ शंखिनीमधà¥à¤¯à¥‡ यकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ दोषेणीमधà¥à¤¯à¥‡, शेरनीमधà¥à¤¯à¥‡ गà¥à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ गारà¥à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ विवारीमधà¥à¤¯à¥‡ दोषमधà¥à¤¯à¥‡ दोषा शरणमधà¥à¤¯à¥‡ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ घोरकषà¥à¤Ÿ मà¥à¤ उपरे बà¥à¤°à¥‹ जो कोई करावे जड़े जड़ावे तत चितà¥à¤¤à¥‡ तस माथे शà¥à¤°à¥€ माता शà¥à¤°à¥€à¤‚ पंचागà¥à¤‚ली देवी तणो वजà¥à¤° निरà¥à¤§à¤¾à¤° पड़े ॠठं ठं ठं सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤'
à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के लिठयह à¤à¤• सातà¥à¤µà¤¿à¤• साधना है।
परनà¥à¤¤à¥ इसके वाममारà¥à¤—ी रूप à¤à¥€ हैं। यहां हम कहना चाहते हैं कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हेतॠकरà¥à¤£à¤ªà¤¿à¤¶à¤¾à¤šà¤¨à¥€ साधना à¤à¤µà¤‚ इन साधनाओं में उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ ही समान है। शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ समान नहीं हैं। विधि- यह साधना किसी à¤à¥€ शà¥à¤ तिथि से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करनी चाहिà¤à¥¤ वैसे हसà¥à¤¤, मारà¥à¤—शीरà¥à¤· à¤à¤µà¤‚ फालà¥à¤—à¥à¤¨ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤ हैं। इस मनà¥à¤¤à¥à¤° का सà¥à¤¬à¤¹, दोपहर, अरà¥à¤§à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿ में निरà¥à¤à¤¯ होकर जाप करें à¤à¤• पंचांगà¥à¤²à¥€ देवी को à¤à¤• पान का पतà¥à¤¤à¤¾, उसके ऊपर कपूर, कपूर के ऊपर बताशा à¤à¤µà¤‚ दो लौंग रखकर कपूर में आग लगायें à¤à¤µà¤‚ मां à¤à¤—वती को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। à¤à¤¸à¤¾ करने में पंचांगà¥à¤²à¥€ देवी पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर साधक को à¤à¥‚त, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ बताने की सिदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती हैं और साधक किसी के à¤à¥€ चेहरे को देख, à¤à¥‚त, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ बताने में समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¤à¤¾, सफलता हासिल कर लेता है। विधि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ की है। 108 दिन में सफलता मिलती है। धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मनà¥à¤¤à¥à¤° 'ॠपंचागà¥à¤²à¥€à¤‚ महादेवी शà¥à¤°à¥€ सीमनà¥à¤§à¤° शासने। अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ करसà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥Œ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ƒ शà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¤¶à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤à¥à¤ƒ ॥' 'ॠनमो पंचागà¥à¤‚ली परशरी परशरी माताय मंगल वशीकरणी लोहमय दणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤¨à¥€ चौंसठकाम विहडंनी रणमधà¥à¤¯à¥‡ राउलमधà¥à¤¯à¥‡ दीवानमधà¥à¤¯à¥‡ à¤à¥‚तमधà¥à¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ पिशाचमधà¥à¤¯à¥‡ à¤à¥‹à¤°à¤¿à¤‚गमधà¥à¤¯à¥‡ डाकिनीमधà¥à¤¯à¥‡ शंखिनीमधà¥à¤¯à¥‡ यकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ दोषेणीमधà¥à¤¯à¥‡, शेरनीमधà¥à¤¯à¥‡ गà¥à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ गारà¥à¤£à¥€à¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ विवारीमधà¥à¤¯à¥‡ दोषमधà¥à¤¯à¥‡ दोषा शरणमधà¥à¤¯à¥‡ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¤§à¥à¤¯à¥‡ घोरकषà¥à¤Ÿ मà¥à¤ उपरे बà¥à¤°à¥‹ जो कोई करावे जड़े जड़ावे तत चितà¥à¤¤à¥‡ तस माथे शà¥à¤°à¥€ माता शà¥à¤°à¥€à¤‚ पंचागà¥à¤‚ली देवी तणो वजà¥à¤° निरà¥à¤§à¤¾à¤° पड़े ॠठं ठं ठं सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤'