गणपति षडक्षरी मंत्र : प्रत्येक मंत्र हो जाएगा सिद्ध

षडक्षर वक्रतुण्ड मन्त्र

यह मन्त्र गणेश जी का प्रिय मन्त्र है और इस मंत्र के द्वारा आप स्वयं गणेश जी के प्रिय हो सकते हैं और जब आप विनायक के पिए हो सकते हैं तो ऐसा क्या है जो आपका नहीं हो सकता चलिए जानते हैं इस को सिद्ध कैसे करें,

सवा लाख मन्त्र जप करने से यह सिद्ध हो जाता है। पीले रंग के आसन पर बैठकर यह मंत्र जाप करें और कार्य सिद्धि के लिए सदैव गणेश जी को पसंद करने के लिए सदैव उत्तरमुखी होकर बैठें,

इसमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अनुष्ठान में पूर्णतः ब्रह्मचर्य व्रत पालन करे और सवा लाख मन्त्र जप करने के बाद दशांश जप करे और आहुति दे। उपरांत किसी गौ, संत, ब्राह्मण, को भोजन दक्षिणा की व्यवस्था अवश्य करें , ऐसा करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। फिर आप हमें जरूर बताइए कि आप को 42 दिनों के अंदर कैसा फल मिलता है और भी नहीं जानकारी हम आपको देंगे मंत्र जो है इस प्रकार है

वक्रतुण्डाय हुं

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