सिद्धिविनायक मंत्र द्वारा अब आप स्वयं प्राप्त करें कुबेर का खजाना

 

सिद्धि विनायक मन्त्र द्वारा अब आप स्वयं प्राप्त करें कुबेर का खजाना

 

प्रत्येक प्रकार की साधन से पूर्व साधक लोग इस मन्त्र को सिद्ध कर लेते हैं

जिससे कि साधना में सफलता मिल सके और साधना-काल में किसी प्रकार की बाधा उपस्थित न हो ।

 

सिद्धि विनायक मन्त्र

 

ॐ नमो सिद्धिविनायकाय सर्वकार्रकत्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय सर्वराज्य वश्य करणाय सर्वजन सर्वस्त्री पुरुषाकर्षणाय श्रीं ॐ स्वाहा ।

 

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यह मन्त्र अत्यन्त ही महत्त्वपूर्ण और श्रेष्ठ माना गया है। इसके बारे में कहा गया है कि प्रत्येक गृहस्थ को १०८ बार इस मन्त्र का उच्चारण प्रतिदिन अवश्य ही करना चाहिए जिससे कि दिनभर उसे प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती रहे। यदि यात्रा काल में इस मन्त्र को जपा जाय तो मार्ग भय नहीं रहता और उसकी यात्रा सफल होती है।

 

साधना में लाल वस्त्र पहनना चाहिए और रक्त चन्दन का त्रिपुण्ड लगाकर सवा लाख मन्त्र जप चौबीस दिन में पूरे करने चाहिए जिससे कि यह मन्त्र सिद्ध हो सके। इसके बाद मन्त्र का दशम भाग यज्ञ में आहुति देनी चाहिए। जप काल में भूमि पर सोना चाहिए। यदि कुम्हार के यहां से मृत्तिका लाकर गणेश की प्रतिमा बनाकर नित्य उसके सामने एक हजार जप करे तो भी सात दिनों में यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है ।

 

इस मन्त्र के जप करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। अविवाहित शीघ्र विवाह कर लेते हैं और आर्थिक अभाव वाले व्यक्ति सम्पन्न हो जाते हैं । यदि नित्य सायंकाल एक हजार जप एक आसन पर किया जाय तो सौ दिन

 

में वाक् सिद्धि हो जाती है और वह जो भी कहता है वह पूर्ण हो जाता है।

 

यदि नित्य दोपहर में एक आसन पर एक हजार मन्त्र जप करे और इस

 

प्रकार एक महीने तक जप करे तो वह पूर्ण धनवान बनकर पूर्ण भौतिक सुख प्राप्त

 

करने में सफल हो पाता है।

 

यदि आक की जड़ के गणपति बनाकर उसके सामने नित्य पांच हजार जप करे और इस प्रकार चाबीस दिन मन्त्र जप हो तो उसे श्रेष्ठतम धन लाभ होता है। और वह कुबेर के समान धनपति हो जाता है।

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