मोहन मनà¥à¤¤à¥à¤° ॠनमो à¤à¤—वते रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¯ सरà¥à¤µ जगमोहनं कà¥à¤°à¥ कà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾ इस मनà¥à¤¤à¥à¤° को दस हजार बार जाप कर सिदà¥à¤§à¤¿ कर लें फिर निमà¥à¤¨à¤¾à¤‚कित पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें १. गोरोचन सिनà¥à¤¦à¥‚र तथा केशर को आà¤à¤µà¤²à¥‡ के रस से पीस करके उकà¥à¤¤ मनà¥à¤¤à¥à¤° से अà¤à¤¿à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर मसà¥à¤¤à¤• पर तिलक लगाने से सà¤à¥€ लोग मोहित होते हैं। २. कहà¥à¤ˆ तà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ (तोरई) के बीजों का तेल निकलवा करके उसमें कपड़े की बतà¥à¤¤à¥€ बना काजल बना उकà¥à¤¤ मनà¥à¤¤à¥à¤° से अà¤à¤¿à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर आà¤à¤–ों में लगाने से पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ मातà¥à¤° समà¥à¤®à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ होते हैं।
मोहन मनà¥à¤¤à¥à¤°
ॠनमो à¤à¤—वते रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¯ सरà¥à¤µ जगमोहनं कà¥à¤°à¥ कà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾
इस मनà¥à¤¤à¥à¤° को दस हजार बार जाप कर सिदà¥à¤§à¤¿ कर लें फिर निमà¥à¤¨à¤¾à¤‚कित पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें १. गोरोचन सिनà¥à¤¦à¥‚र तथा केशर को आà¤à¤µà¤²à¥‡ के रस से पीस करके उकà¥à¤¤ मनà¥à¤¤à¥à¤° से अà¤à¤¿à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर मसà¥à¤¤à¤• पर तिलक लगाने से सà¤à¥€ लोग मोहित होते हैं। २. कहà¥à¤ˆ तà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ (तोरई) के बीजों का तेल निकलवा करके उसमें कपड़े की बतà¥à¤¤à¥€ बना काजल बना उकà¥à¤¤ मनà¥à¤¤à¥à¤° से अà¤à¤¿à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर आà¤à¤–ों में लगाने से पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ मातà¥à¤° समà¥à¤®à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ होते हैं।