जगत मोहन मन्त्र

जगत मोहन मन्त्र

 

ॐ उड्डा महेश्वराय सर्व जगन्मोहनाय अं आं इं ईं उं ऊं ऋं ॠं फट् स्वाहा॥

 

इस मन्त्र को प्रथम एक लाख बार जाप करके सिद्धि करें फिर जब प्रयोग करना हो तो पान की जड़ को जल में पीसकर सात बार उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर मस्तक पर तिलक लगाने से देखने वाले मोहित हो जाते हैं।

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