मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में मेष लगà¥à¤¨ में केतॠदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर होने से 'वृष राशि' का होगा। वृष राशि पृथà¥à¤µà¥€à¤¸à¤‚जà¥à¤žà¤•, सà¥à¤¥à¤¿à¤° सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ की है। à¤à¤¸à¤¾ जातक राजदरबार (सरकार) में इजà¥à¤œà¤¤-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ धन पाने वाला होता है। à¤à¤¸à¥‡ जातक की छोटी आयॠमें किसà¥à¤®à¤¤ चमकती है à¤à¤µà¤‚. कमाना शà¥à¤°à¥‚ कर देता है। जातक दूसरों की नेकी को याद करने वाला कृतजà¥à¤ž होता है तथा बिना मांगे ही दूसरों की सहायता करने में रà¥à¤šà¤¿ रखता है। à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ यातà¥à¤°à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनारà¥à¤œà¤¨ करने वाला, सैलà¥à¤¸à¤®à¥ˆà¤¨, कमीशन à¤à¤œà¥‡à¤¨à¥à¤Ÿ के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होता है। निशानी- हà¥à¤•à¥à¤®à¤°à¤¾à¤¨ । ठोड़ी (हिचकी) के पास शहद जैसे रंग का तिल या दाग होगा। अनà¥à¤à¤µ-केतॠधनसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में है। à¤à¥‹à¤œ संहिता के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¸à¥‡ जातक को धन कमाने की तीवà¥à¤° इचà¥à¤›à¤¾ जीवन परà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ बनी रहेगी। फलादेश का सूतà¥à¤° यह है कि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ (शरीर) है। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है। इसे 'डà¥à¤°à¥‡à¤—न हैड' और केतॠ'डà¥à¤°à¥‡à¤—न टेल' कहते हैं। सिर (राहà¥) कà¥à¤‚डली के जिस à¤à¤¾à¤µ (सà¥à¤¥à¤¾à¤¨) में होगा उस à¤à¤¾à¤µ को विकृत करेगा। दूसरों शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में उस à¤à¤¾à¤µ के शà¥à¤ फल से जातक को वंचित करेगा। परनà¥à¤¤à¥ केतॠशरीर है यह तड़प रहा है तथा सिर से जà¥à¤¡à¤¼à¤¨à¥‡ के लिठतीवà¥à¤° उतà¥à¤•à¤£à¥à¤ ा लिठहà¥à¤ है। फलत: जनà¥à¤®à¤•à¥à¤‚डली के जिस à¤à¤¾à¤µ (सà¥à¤¥à¤¾à¤¨) में केतॠइस à¤à¤¾à¤µ के शà¥à¤à¤«à¤² पाने के लिठजातक जीवन परà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ तड़पता रहेगा। दशा-केतॠकी दशा शà¥à¤à¤«à¤² देगी। केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध 1. केतॠसूरà¥à¤¯ - यहां केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾ में बाधा पहà¥à¤‚चाà¤à¤—ा। 2. केतॠचनà¥à¤¦à¥à¤°- यहां केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ उचà¥à¤š का जातक को धनवान बनाà¤à¤—ा। 3. केतà¥+मंगल- यहां केतॠके साथ मंगल जातक को खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का à¤à¤µà¤‚ मà¥à¤‚हफट वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बनाà¤à¤—ा। 4. केतà¥+बà¥à¤§-यहां केतॠके साथ बà¥à¤§ जातक को दंत रोग देगा। 5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿-केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ जातक को अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का बनाà¤à¤—ा। 6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° सà¥à¤µà¤—ृही होगा जातक विवाह के बाद धनी होगा। 7. केतॠ+ शनि-यहां केतॠके साथ शनि होने से जातक की रà¥à¤šà¤¿ षडà¥à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥€ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में होगी। उपाय- 1. नवरतà¥à¤¨à¤œà¤¡à¤¼à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ में धारण करें। 2. सà¥à¤¬à¤¹ - शाम शà¥à¤°à¥€ सूकà¥à¤¤ के नितà¥à¤¯ पाठकरें। 3. केतॠशांति का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें।
मेष लगà¥à¤¨ में केतॠकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में
मेष लगà¥à¤¨ में केतॠदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर होने से 'वृष राशि' का होगा। वृष राशि पृथà¥à¤µà¥€à¤¸à¤‚जà¥à¤žà¤•, सà¥à¤¥à¤¿à¤° सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ की है। à¤à¤¸à¤¾ जातक राजदरबार (सरकार) में इजà¥à¤œà¤¤-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ धन पाने वाला होता है। à¤à¤¸à¥‡ जातक की छोटी आयॠमें किसà¥à¤®à¤¤ चमकती है à¤à¤µà¤‚. कमाना शà¥à¤°à¥‚ कर देता है। जातक दूसरों की नेकी को याद करने वाला कृतजà¥à¤ž होता है तथा बिना मांगे ही दूसरों की सहायता करने में रà¥à¤šà¤¿ रखता है। à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ यातà¥à¤°à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनारà¥à¤œà¤¨ करने वाला, सैलà¥à¤¸à¤®à¥ˆà¤¨, कमीशन à¤à¤œà¥‡à¤¨à¥à¤Ÿ के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होता है।
निशानी- हà¥à¤•à¥à¤®à¤°à¤¾à¤¨ । ठोड़ी (हिचकी) के पास शहद जैसे रंग का तिल या दाग होगा।
अनà¥à¤à¤µ-केतॠधनसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में है। à¤à¥‹à¤œ संहिता के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¸à¥‡ जातक को धन कमाने की तीवà¥à¤° इचà¥à¤›à¤¾ जीवन परà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ बनी रहेगी। फलादेश का सूतà¥à¤° यह है कि केतॠराकà¥à¤·à¤¸ का धड़ (शरीर) है। राहॠराकà¥à¤·à¤¸ का सिर है। इसे 'डà¥à¤°à¥‡à¤—न हैड' और केतॠ'डà¥à¤°à¥‡à¤—न टेल' कहते हैं। सिर (राहà¥) कà¥à¤‚डली के जिस à¤à¤¾à¤µ (सà¥à¤¥à¤¾à¤¨) में होगा उस à¤à¤¾à¤µ को विकृत करेगा। दूसरों शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में उस à¤à¤¾à¤µ के शà¥à¤ फल से जातक को वंचित करेगा। परनà¥à¤¤à¥ केतॠशरीर है यह तड़प रहा है तथा सिर से जà¥à¤¡à¤¼à¤¨à¥‡ के लिठतीवà¥à¤° उतà¥à¤•à¤£à¥à¤ ा लिठहà¥à¤ है। फलत: जनà¥à¤®à¤•à¥à¤‚डली के जिस à¤à¤¾à¤µ (सà¥à¤¥à¤¾à¤¨) में केतॠइस à¤à¤¾à¤µ के शà¥à¤à¤«à¤² पाने के लिठजातक जीवन परà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ तड़पता रहेगा।
दशा-केतॠकी दशा शà¥à¤à¤«à¤² देगी।
केतॠका अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ से संबंध
1. केतॠसूरà¥à¤¯ - यहां केतॠके साथ सूरà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾ में बाधा पहà¥à¤‚चाà¤à¤—ा।
2. केतॠचनà¥à¤¦à¥à¤°- यहां केतॠके साथ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ उचà¥à¤š का जातक को धनवान बनाà¤à¤—ा।
3. केतà¥+मंगल- यहां केतॠके साथ मंगल जातक को खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का à¤à¤µà¤‚ मà¥à¤‚हफट वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बनाà¤à¤—ा।
4. केतà¥+बà¥à¤§-यहां केतॠके साथ बà¥à¤§ जातक को दंत रोग देगा।
5. केतॠ+ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿-केतॠके साथ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ जातक को अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का बनाà¤à¤—ा।
6. केतॠ+ शà¥à¤•à¥à¤°-केतॠके साथ शà¥à¤•à¥à¤° सà¥à¤µà¤—ृही होगा जातक विवाह के बाद धनी होगा।
7. केतॠ+ शनि-यहां केतॠके साथ शनि होने से जातक की रà¥à¤šà¤¿ षडà¥à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥€ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में होगी।
उपाय-
1. नवरतà¥à¤¨à¤œà¤¡à¤¼à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ में धारण करें।
2. सà¥à¤¬à¤¹ - शाम शà¥à¤°à¥€ सूकà¥à¤¤ के नितà¥à¤¯ पाठकरें।
3. केतॠशांति का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें।